कृष्णा गुप्ता
भैरहवा (नेपाल): नेपाल के चितवन जिला के सीमलताल क्षेत्र में बीते 12 जुलाई की भोर में भूस्खलन के कारण त्रिशूली नदी में गिरने से दोनों बसों में सवार यात्रियों की तलाश के लिए जारी है। टीम आठ दिन बाद भी बसों का पता नहीं चल पाया है। जबकि लापता करीब 65 यात्रियों में अब तक 23 के ही शव को बरामद कर लिया है.
नेपाल प्रशासन के अनुसार बरामद शवों में सिर्फ 14 शवों की शिनाख्त हो पाई हैं। जिसमें से चार भारतीय हैं। जिनकी पहचान जय प्रकाश ठाकुर निवासी बेतिया पश्चिमी चंपारण बिहार, सज्जाद अंसारी बेतिया थाना क्षेत्र, ऋषि पाल शाह निवासी बेतिया व विवेक निवासी सीतामडी बिहार के रूप में हुई है। अन्य 10 शिनाख्त हुए शव नेपाली नागरिकों के हैं।
गंडक नदी में शवों की तलाश करती एनडीआरएफ की टीम के साथ पुलिस विभाग मौके पर मौजूद
नदी में तलाश के लिए एनडीआरएफ टीम के साथ नेपाल प्रहरी व नेपाल सेना के जवान समेत प्रशासनिक अमले के 400 से भी अधिक सदस्य विभिन्न टोलियों में बोट व आधुनिक संयंत्रों की मदद से त्रिशूली व नारायणी नदी में बस और लापता यात्रियों की तलाश जुटे हैं। नवलपरासी जिला में स्थित वाल्मिकी बैराज व उससे निकली नहरों में भी यात्रियों के शव तलाशे की जा रही है भारतीय क्षेत्र में बहने वाली गंडक प्रशासन ने यूपी व बिहार के प्रशासन से सहयोग मांगा है। हालांकि ज्यों- ज्यों दिन बीत रहे हैं। बरामद शव खराब अवस्था में मिल रहे हैं। उनके पास बरामद पहचान पत्रों से पहचान की पुष्टि हो पा रही है। चितवन के सीडीओ इंद्रदेव यादव ने बताया कि अब तक 23 शव बरामद हुए हैं। जिसमें से चार भारतीयों समेत 14 की पहचान हुई है। नेपाल के त्रिशूली व नारायणी नदी में ब में बस व लापता अन्य यात्रियों की तलाश चल रही है।