Anchal Dwivedi
शामली में 1 लाख के इनामी अरशद और उसके 3 साथियों को पुलिस एनकाउंटर में ढेर करने वाले UPSTF के जांबाज इंस्पेक्टर सुनील कुमार नहीं रहे. बताया जा रहा है कि सुनील कुमार को एनकाउंटर के दौरान 4 गोलियां लगी थी. पेट को चीरती गोली ने उनकी बड़ी आंत को खत्म कर दिया. 7 घंटे चले ऑपरेशन के बाद वह 72 घंटे के टाईट सुपरविजन में रखे गए थे. तीन दिन पहले ही मुठभेड़ में सुनील बेहद गंभीर रूप घायल थे. उन्हें कई गोलियां लगी थी और कल इलाज के दौरान दुखद मौत हो गयी. जिसके बाद शहीद सुनील का शव देर रात गुरूग्राम से मेरठ आया.सुबह 9 बजे पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम हुआ.
सूत्रों के मुताबिक शहीद इंस्पैक्टर सुनील कुमार को सलामी दी जायेगी. 11 बजे शहीद के पैतृक गांव मेरठ के मसूरी गांव में शहीद का अंतिम संस्कार होना था. बता दें कि CM योगी ने शहीद हुए बहादुर इंस्पेक्टर सुनील कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की. साथ ही परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने व , शहीद के नाम गृह जनपद में एक सड़क का नामकरण होने की घोषणा की.