आदित्य कुमार वर्मा/बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में एक मानवता को शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां बांसडीह कोतवाली थाना क्षेत्र में एक आशा बहु द्वारा प्रसूता के परिजनों को गुमराह कर घर पर डिलेवरी कराने ले जाने तथा जच्चा-बच्चा की मौत पर चिकित्सकों संग फरार हो जाने के आरोप लगे हैं। घटना के बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स , उसके पति व आशाबहू के साथ ही तीन अन्य के विरुद्ध इरादतन हत्या के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है । पुलिस स्टाफ नर्स को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के रूकूनपुरा गांव निवासी मृतिका के देवर की तहरीर पर पुलिस ने गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स, उसके पति व आशाबहू के साथ ही तीन अन्य के विरुद्ध इरादतन हत्या के आरोप में नामजद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस को दी गई तहरीर में मृतीका के देवर राम ईश्वर साहनी ने यह आरोप लगाया है कि उनके भाई लाल साहब साहनी की पत्नी 34 वर्षीया सुधा को परिजनों ने गांव की आशा बहू मीना देवी के गुमराह करने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी रेवती में तैनात स्टाफ नर्स के बांसडीह कोतवाली क्षेत्र के पिण्डहरा आवास पर स्थित प्राइवेट प्रसव केन्द्र में बुधवार को भर्ती कराया था। जहां देर रात प्रसव के दौरान महिला सुधा को मृत बच्चा पैदा हुआ। प्रसव के बाद देर रात महिला की हालत भी गंभीर हो गई तथा महिला की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।
घटना के बाद पुलिस ने सुधा व बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा स्टाफ नर्स मंजू सिंह , उसके पति नंदकुली सिंह , आशा बहू मीना देवी व तीन अन्य के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 में नामजद मुकदमा दर्ज किया है । पुलिस स्टाफ नर्स मंजू सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।