Pankaj Srivastav
Gorakhpur News: गोरखपुर के शहर ए काजी मौलाना मुफ्ती मुहम्मद वलीउल्लाह का 92 साल की उम्र में इंतकाल हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। गोरखपुर के तुर्कमानपुर के निवासी मौलाना मुफ्ती मुहम्मद वलीउल्लाह उर्दू, अरबी, फारसी के अच्छे जानकार रहे हैं। मौलाना मुफ्ती मुहम्मद वलीउल्लाह खूनीपुर स्थित मदरसा अंजुमन इस्लामिया में उर्दू की तालीम भी देते रहे हैं। साथ ही उन्होंने काफी समय तक गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रों को फारसी की तालीम भी दी है।
उनके पुत्र डॉ. मो.अजीम फारूकी के मुताबिक उन्हें नार्मल स्थित हजरत मुबारक खां शहीद कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया जाएगा। लोगाें का कहना है कि शहर में अमन चैन और शांति के लिए काजी वजीउल्लाह हमेशा आगे रहते थे। उन्होंने कई जटिल से जटिल मुद्दों को सिर्फ बात चीत से हल करा दिया। कहा जाता है कि काजी वजीउल्लाह की सादगी का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि आर्थिक रूप से काफी मजबूत होने के बाद भी वो साइकिल से ही चला करते थे।