Krishna Gupta
भारत सरकार ने नेपाल में खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने और वहां के नागरिकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से 2 लाख मैट्रिक टन गेहूं निर्यात करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय भारत और नेपाल के बीच मजबूत आर्थिक और कूटनीतिक संबंधों को और अधिक सशक्त बनाने के तहत लिया गया है।
नेपाल में गेहूं की मांग और भारत की भूमिका
नेपाल में हाल के दिनों में खाद्य वस्तुओं की कीमतों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है जिससे आम नागरिकों को आर्थिक बोझ झेलना पड़ रहा है गेहूं जैसे प्रमुख खाद्यान्न की कमी ने इस समस्या को और गंभीर बना दिया है ऐसे में भारत सरकार का यह कदम नेपाल की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने में मददगार साबित होगा।
निर्यात नीति से दोनों देशों को लाभ
भारत सरकार की इस पहल से जहां नेपाल में रोटी जैसे दैनिक उपभोग के खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट आएगी। वहीं भारतीय किसानों और निर्यातकों को भी इसका फायदा मिलेगा। इससे भारत की कृषि निर्यात नीति को नया आयाम मिलेगा और भारत-नेपाल के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार होगा। आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। भारत सरकार ने संबंधित विभागों को इस निर्यात प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गेहूं की गुणवत्ता उच्च स्तर की हो और नेपाल तक सुरक्षित और समय पर पहुंचे।