रिपोर्ट; विजेंद्र दुबे
मिर्जापुर मे एक ऐसा मामला सामनें आया, जिसमें ठेकेदारों ने कागज पर ही सडक तैयार कर दिया और विभीग से पैसे भी पास करा लिऐ. दरअसल मिर्जापुर के विकासखंड कोन में ठेकेदार द्वारा स्वीकृत सड़क को कागजों में निर्माण पूरा दिखा कर. PWD के अभियंताओं की मिली भगत से पैसा भी प्राप्त कर लिया. वही जब शिकायत पर जांच बैठाई गई तो, मामले का पोल खुल गया वही डीएम ने कहा की, कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेज दिया गया है.
योजनाओं को लग रहा चुना
Mirzapur News; UP के मिर्जापुर जनपद के कोन ब्लॉक क्षेत्र में चिंदलिख टेढ़वा संपर्क मार्ग और मल्लेपुर यादव बस्ती संपर्क मार्ग हेतु वर्ष 2021-22 में निर्माण स्वीकृत किया गया था. जिसका इसके लिए लाखों का बजट भी जारी किया गया. परंतु ठेकेदार ने कोई सड़क तो नहीं बनाई अधिकारियों के संग मिलकर कागजों में सड़क का निर्माण पूरा दिखा दिया. वह उसका भुगतान भी प्राप्त कर लिया. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष विनोद सिंह द्वारा इसकी शिकायत लगातार की जा रही थी जिसके बाद मामले में जांच बैठा दी गई. तो यह तथ्य निकाल कर सामने आया की, इसमें पूरी तरह से फर्जीवाड़ा करके भुगतान प्राप्त कर लिया गया है.
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मामले में अभियंता के निलंबन का आदेश दिया गया. परंतु अभी तक अभियंता अपने कुर्सी पर डटे हुए हैं. जिला अध्यक्ष विनोद सिंह ने बताया कि, आखिर वह कौन सी परिस्थितियों हैं कि भ्रष्टाचारी अभी भी अपने पद पर आसीन हैं. जबकि उनके निलंबन का आदेश 18: 1: 2024 को ही आ चुका है. जिसका पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि, 2021-22 में इन दोनों संपर्क मार्ग का निर्माण स्वीकृत किया गया था. शिकायत मिलने पर जांच कराई गई और शिकायत सही पाई गई है.
ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य ना करवाए बगैर की भुगतान प्राप्त कर लिया गया है. जिसमें पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता संतोष कुमार सहायक अभियंता, सुशील कुमार और अधिशासी अभियंता सुनील दत्त शामिल है. इन सभी पर कार्रवाई हेतु पत्र शासन को भेज दिया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी भ्रष्टाचार को कम करने के लिए डिजिटल इंडिया को बढ़ावा दे रहे हैं. जहां भी भ्रष्टाचारी मिल रहे हैं उनके ऊपर कठोर कार्रवाई भी की जा रही है.