आदित्य कुमार वर्मा/बलिया: 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार के बाद की पार्टी आंतरिक समीक्षा जारी हैं। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से सलेमपुर लोकसभा से लागातार दो बार सांसद रहे रविंद्र कुशवाहा भी इस बार जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाए हैं। जिसके बाद उन्होंने अपनी हार का ठीकरा अपनी ही सरकार में राज्य मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम तथा बलिया के भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव पर फोड़ा हैं। रविन्द्र कुशवाहा ने राज्य मंत्री तथा जिलाध्यक्ष पर सुनियोजित ढंग से योजना बनाकर उन्हें चुनाव हरवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव को समाजवादी पार्टी का एजेंट तक कह डाला है।
पूर्व सांसद व इस बार बीजेपी प्रत्याशी रहे रविंद्र कुशवाहा ने सीधे तौर पर भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव तथा राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम पर आरोप लगाते हुए कहा कि सलेमपुर लोकसभा की खासकर तीन विधानसभा सिकंदरपुर, बांसडीह , बेल्थरारोड और वहां का (बीजेपी )जिलाध्यक्ष संजय यादव शुरू से हमारे कार्यकर्ताओं को भड़काने में लगा हुआ था। सभी मंडल अध्यक्षों को बराबर निर्देशित करता था, कि भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं करना है। रविंद्र कुशवाहा को चुनाव हराना है। अंत में रविंद्र कुशवाहा ने भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव को समाजवादी का एजेंट तक कह डाला है।
इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम को भी रविन्द्र कुशवाहा ने दोषी बनाते हुए कहा कि राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम उनके लिए एक दिन भी प्रचार करने नहीं निकलीं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 35 सौ मामूली वोट की हार के पीछे सलेमपुर की राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम तथा बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय यादव का हाथ है। पूरी टीम बीजेपी जिलाध्यक्ष की हराने में लगी रही,जब कि जनता ने ,कार्यकर्ताओं ने मेहनत किया हमारे जो नेता हैं हर बूथ पर लड़ाई लड़ते रहे। 35 सौ से हार हुआ,जिस तरह जनता ने मुझे वोट दिया,हम आभार व्यक्त करते हैं।
रविंद्र कुशवाहा ने सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर ,अरविंद राजभर का भी जिक्र करते हुए कहा कि कहीं न कहीं कमजोरी रही जिसका असर पड़ा है सलेमपुर लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी रहे रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि राज्य हो या देश इस बार कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं रहा, मुद्दा विहीन चुनाव हो गया था। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कोई चुनाव हारता है तो मोदी जी ,योगी जी की हार है। पार्टी संगठन पूरी तरह से अवगत है। टीम बनी है जांच करेगी, कहां से गलती हुई है। कौन गलती किया है,पार्टी निर्णय लेगी। हमारा चले तो एक क्षण जिलाध्यक्ष को नहीं रहना चाहिए। पार्टी निर्णय करेगी।