Cricket; सरफराज खान ने अपने टेस्ट डेब्यू मे गजब की पारी खूली है. उन्होंने सिर्फ 48 गेंदों में अपना धमाकेदार अर्धशतक पूरा किया वह 66 रन बनाकर आउट हुए. अपनी पारी के दौरान सरफराज ने अग्रेज स्पिनरों के खिलाफ जिस तरह की बैटिंग की, उसने हर किसी को प्रभावित किया है.
भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट में शुरू हुआ तीसरा टेस्ट इस खिलाडी, वह उनके परिवार के लिए हमेशा के लिए यादगार बन गया. टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का जो ख्वाब इस परिवार ने साथ मिलकर देखा, वो 15 फरवरी को राजकोट के स्टेडियम में सच हो गई. लंबे इंतजार और रनों की बौछार के बाद सरफराज खान को टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिल ही गया. टेस्ट मैच की सुबह स्टेडियम में सरफराज के पिता साथ थे तो पहले दिन के खेल के बाद उनके छोटे भाई मुशीर खान ने अपने भाई की खुशी में शामिल हुए.
कैप मिलने पर हुए भावुक
सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन टेस्ट कैप मिलने के साथ ही सरफराज वह उनके पिता काफी भावुक नजर आए. पिता नौशान खान ने बेटे को गले लगाने के साथ ही भारतीय टीम की कैप को भी चूमा और अपने जज्बातों को नियंत्रित करने के लिए संघर्ष करते दिखे. इसके बाद तो सरफराज ने अपने बल्ले से दम दिखाया और बताया कि, क्यों उन्हें टीम में चुने जाने की मांग लंबे समय से हो रही थी.
Sarfaraz Khan Performance
सरफराज की पारी की बात करें तो मुंबई के इस युवा बल्लेबाज ने पहली ही इनिंग में काफी प्रभावित किया. खास तौर पर स्पिनरों के खिलाफ उनका गेम ज्यादा प्रभावित करने वाला रहा. उन्होंने स्वीप जैसे शॉट्स का जमकर इस्तेमाल किया. सिर्फ 48 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा करने वाले सरफराज हालांकि शतक तक नहीं पहुंच पाए क्योंकि रवींद्र जडेजा की एक खराब कॉल के कारण वो 66 के स्कोर पर रन आउट हो गए.