Krishna Gupta
Unauthorizes Buses: भारत-नेपाल दोस्ती बस सेवा के नाम पर परिवहन विभाग को चूना लगाया जा रहा है। 30 से अधिक अवैध बसे सवारियां ढो रहीं हैं, लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई मतलब नहीं है। परमिट समाप्त होने के बाद झांसा देने के लिए बस पर भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा लिखवा दिया जाता है। इससे पर्यटक झांसे में आ जाते हैं, जबकि ये बसें अधिकृत नहीं होती हैं। इनमें कहीं से भी किसी यात्री को बैठा लिया जाता है। उसकी सूची नहीं होती है। अधिकृत बसों में सभी यात्री सूचीबद्ध होते हैं।
जानकारी के अनुसार, परिवहन विभाग से अनुबंध समाप्त होने के चाद भी नेपाली नंबर की टूरिस्ट बसें संचालित हो रही हैं। ऐसी बसों पर भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा लिखकर यात्रियों को गुमराह किया जा रहा है। इससे परिवहन विभाग को लाखों रुपये का चूना लग रहा है। परमिट में गड़बड़झाला कर विभाग को चूना लगाया जा रहा है। इन अवैध बसों के संचालन में नेपाली नंबर की बसों के साथ-साथ कुछ उत्तर प्रदेश की दूर परमिट की बसे भी शामिल हैं। जिनों बिचौलिए सोनौली सीमा पर लाकर नेपाल से आने वाली सवारी को बैठाकर चले जाते हैं।